अर्जुन का पेड़ [Fayde, Detail, पहचान] | Arjun Ka Ped Chhal Benefits

Arjun Ka Ped Chhal Benefits, Kaisa Dikhta Hai, kaise hota hai Chaal, Fayde, अर्जुन का पेड़ कैसा होता है, कैसे लगाएं की पहचान, पौधा पत्ते के फायदे, वृक्ष 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है हमारे वेबसाइट पर आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले Arjun ka Ped के बारे मे की इसकी पहचान कैसे की जाती है और इसकी छाल की क्या खासियत है ।

अर्जुन का पेड़ एक औषधीय गुणों से भरपूर होता है जिसका इस्तेमाल अनेकों प्रकार के आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता है।

इसकी जड़ें तना छाले और पत्ते इत्यादि काफी आयुर्वेदिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होते और उनका  इस्तेमाल अनेकों प्रकार के रोगों के उपचार करने के लिए किया जाता है ।

अगर आप अर्जुन के पेड़ के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आखिर तक पढ़े जिससे आपको Arjun ka ped kaise hota hai और भी बहुत कुछ आप जान पाएंगे।

Arjun Ka Ped Chhal Benefits

अर्जुन के पेड़ क्या होता है पहचान (Arjun ka ped kya hota hai)

अर्जुन का पौधा तकरीबन 70 से 80 फिट लंबा (ऊंचा) होता है। पत्ते अमरुद के पत्तों जैसे 7 से 20 सेण्टीमीटर लंबे आयताकार होते हैं या कहीं-कहीं नुकीले होते हैं।

इसमे फल वसंत में ही आते हैं, सफेद या पीले मंजरियों में लगे होते हैं जिनमें हल्की सी सुगंध भी होती है।  2 से 5 सेण्टी मीटर लंबे ये फल कच्ची अवस्था में हरे-पीले तथा पकने पर भूरे-लाल रंग के हो जाते हैं। फलों की गंध अरुचिकर और स्वाद कसौला होता है।  

अर्जुन का पेड़ कहां पाया जाता है (Kaha paya jata hai)

अर्जुन का पेड़ ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्र, नाला जैसे जगह, मध्यप्रदेश राज्य और बिहार राज्य में पाया जाता है क्योंकि अर्जुना का पेड़ अधिकांश आपको पहाड़ी क्षेत्रों में दिखाई पड़ जाएगा। अगर आप इन राज्यों में रहते हैं तो आप आसानी से अर्जुना के पेड़ को देखकर पहचान पाएंगे।

Arjun ka paudha सबसे अधिक कहां पाया जाता है-

अर्जुन का पेड़ सबसे अधिक बिहार और मध्य प्रदेश में पाया जाता है

अलग-अलग राज्यों में नाम (Arjun ka ped ka dusra naam kya hai)

ओर्जुनो (Orjuno) 
आसामओर्जुन (Orjun)
कोंकनहोलेमट्टी (Holematti)
गुजरातीअर्जुन (Arjun), सादादो (Sadado), अर्जुनसदारा (Arjunsadara)
तेलगूतैललामद्दि (Tellamadi), इरमअददी (Erumdadi), येरमददी (Yermaddi)
नेपालकाहू (Kaahu)
पंजाबीअरजन (Arjan)
मल्लायमवेल्लामरुटु (Velamarutu)
बंगालअर्जुन (Arjun), अर्जुन गाछ (Arjun Gach), अरझान (Arjhan)
महाराष्ट्रअर्जुन (Arjun), सादडा (Saddha), सावीमदात (Savimadat)
कनाडा                      मड्डी (Maddi), बिल्लीमड्डी (Billimaddi), निरमथी (Nirmathi) होलेमट्टी (Holematti)
तामिल मरुदु (Marudu), अट्टूमारूतू (Attumarutu), निरमारूदु (Nirmarudu), वेल्लईमरुदु (Vellaimarudu)  

अर्जुन का पेड़ की पहचान कैसे करें (paudhe ki pahchan)

अर्जुन का पौधा देखने में काफी विशाल होता है इसकी ऊंचाई 60 से 80 फिट होती है इन के पत्तों का आकार बिल्कुल मनुष्य के जीभ जैसा होता है।

वैशाख और जेठ में इसके फूल आते हैं। फूल बहुत छोटे हरी झाई लिए हुए सफेद रंग के होते हैं। इसके फल सर्दियों में पकते हैं।

इसकी छाल हरापन लिए हुए सफेद, खाकी भुरी या बैंगनी रंग की और साफ होती है इसकी लकड़ी की राख रंगने के काम में आती है। इस झाड़ में एक प्रकार का साफ, सुनहरा, भूरा और पारदर्शक गोंद लगता है जो खाने के काम में आता है।  

फायदे (Arjun ka ped ke fayde)

अर्जुन का पेड़ का अगर आप इस्तेमाल करेंगे तो आपको इसका निम्नलिखित प्रकार का फायदा मिलेगा जिसका विवरण में आपको नीचे बिंदुसार दूंगा-

अर्जुन का पेड़ मुंह संबंधित समस्याओं को दूर करता है

अगर आपको मुंह संबंधित किसी प्रकार की भी समस्या है तो आप अर्जुन के पेड़ के छालों का इस्तेमाल कर सकते हैं इससे आपको मुंह के छाले  दांतों मसूड़ों के दर्द इत्यादि जैसी चीजों से आपको छुटकारा मिल जाएगा इसलिए आप अर्जुन के पेड़ का इस्तेमाल अपने मुंह संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए भी कर सकते हैं ।

Arjun ki Chaal हृदय को स्वस्थ रखे

अगर आप अपने हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो इसके लिए आप अर्जुन की छाल के द्वारा बनाई गई चाय अगर आप नियमित रूप से पीते हैं तो आपको ह्रदय संबंधित किसी प्रकार की गंभीर समस्या होने की जो संभावना है।

वह कम हो जाएगी और आपका हृदय हमेशा स्वस्थ रहेगा I इसके अलावा अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ना पड़े तो इसके लिए आप अर्जुन की छाल का इस्तेमाल जरूर करें ।  

अर्जुन की छाल डायबिटीज की रोगी के लिए फायदेमंद है

डायबिटीज की बीमारी को नियंत्रित करने में अर्जुन की छाल बड़े काम की औषधि है। लेकिन इसके लिए अर्जुन की छाल के साथ देसी जामुन को समान मात्रा मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लेना चाहिए। इस चूर्ण को रोज सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लेना डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद होता।

Arjun ka ped मोटापा के समस्या को कम करता है

अगर आप मोटापा की समस्या से परेशान हैं तो इसके लिए आप अर्जुन के पेड़ की छाल से बने हुए चूर्ण को नियमित रूप से दूध में मिलाकर अगर पीते हैं तो आपके शरीर में जो भी अतिरिक्त चर्बी होगी उसे गलाने में अर्जुन का पेड़ सहायक होता है ।

इसके अलावा इसके नियमित सेवन करने से आपके शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होगा जिससे आपको सर्दी खासी जैसी वायरल बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है ।

अर्जुन का पेड़ त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाता है

अगर आप अपनी त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बना चाहते हैं तो इसके लिए आप अर्जुन के पेड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले अर्जुन के पेड़ की छाल को पीसकर आप उसे उबटन के साथ मिलाकर उसका एक मिशन बना लें और फिर आप अपने चेहरे पर लगाएं इससे आपके चेहरे पर जितनी भी गंदगी जमा होगी और जो भी आपके चेहरे के कोशिकाएं मृत हो गई हैं उससे भी आपको छुटकारा मिल जाएगा और आपका चेहरा स्वस्थ और सुंदर बनेगा।

Arjun ki Chaal कान दर्द की समस्या को दूर करता है

आप कान दर्द की समस्या से परेशान है तो इसके लिए आप Arjun ki Chhal ka ped का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि इसके अंदर एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया के विकास को रोकते हैं।

ये बैक्टीरिया संक्रमण का कारण बनते हैं। इसमें एंटी- इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज भी होती हैं जो कान में सूजन को कम करती है और दर्द से राहत दिलाती है।

शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि करता है

पुरुषों में अगर शुक्राणु की समस्या की कमी है तो उसे दूर करने के लिए आप अर्जुन के पेड़ के छालों का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि आपके शरीर में शुक्राणु की संख्या में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण सहायक साबित होगा।

इसके लिए आपको Arjun ped के छालों को पीसकर उसका काढ़ा बनाकर पीना होगा यकीन मानिए कुछ दिनों के भीतर ही आपको इसका असर दिखाई पड़ेगा।

पेशाब की समस्या को कम करता है

अगर आप को पेशाब संबंधित किसी प्रकार की भी समस्या है तो इसके लिए आप अर्जुन का पौधा के छालों को अच्छी तरह से पीसकर उसका काढ़ा अगर पीते हैं तो आपको पेशाब संबंधित सभी प्रकार की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा ।

गैस की समस्या को समाप्त करता है

रात के पेट में गैस संबंधी समस्या है तो इससे छुटकारा पाने के लिए आपको अर्जुन के पेड़ की chaal का प्रयोग करना होगा जो आपके पेट में गैस या अपच जैसी समस्याओं का निवारण करने में मददगार साबित होता है

फायदे हड्डी टूट जाए तो

अगर आपको कही से कुछ चोट लगे और आपकी हड्डी टूट जाए तो Arjun ki Chaal का पाउडर को दूध के साथ पिएं ऐसा करने से आपकी हड्डी तेजी से जुड़ने लगेगी। इसके छाल को आप पानी के साथ पीसकर उस जगह लगा सकते है। इससे आपके दर्द को आराम मिलेगा।  

अर्जुन की छाल जलन की समस्या से छुटकारा दिलाता है

अगर आपके शरीर का कोई भाग जल जाए और आपको जलन की समस्या हो रही है तो इससे बचने के लिए आप अर्जुन के पेड़ की छाल को पीसकर उसे आप जलने वाले स्थान पर लगाएंगे तो आपको जलन की समस्या से राहत मिलेगी क्योंकि अर्जुन के पेड़ की तासीर काफी ठंड होती है।

बुखार जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है

अगर आपको अधिक बुखार आ गया है तो इससे छुटकारा पाने के लिए आपको अर्जुन के पेड़ के छालों को पीसकर उसका आप घर पर काढ़ा बना लेंगे और अगर आप नियमित रूप से इसका सेवन सुबह-शाम करेंगे तो आप को बुखार जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी

Conclusion– उम्मीद करता हूं कि आपको समझ में आ गया होगा Arjun ka ped full details in hindi इसके बाद भी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो मेरे कमेंट बॉक्स में आकर पूछे मैं आपके सवालों का जवाब अवश्य दूंगा तब तक के लिए धन्यवाद और मिलते हैं अगले आर्टिकल में।

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